श्रीराम के दरबार तक पहुंचा उत्‍तराखंड पेपर लीक मामला:रामलीला मंच का वीडियो वायरल, सीएम धामी ने कहा था-राज्‍य में नकल जिहाद की साजिश

उत्‍तराखंड पेपर लीक मामला अब श्रीराम के दरबार तक पहुंच गया है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीड‍ियो में रामलीला के मंच पर पेपर लीक का जिक्र सुनाई दे रहा है। मंच से अभ‍िनेता कहता है, ‘सुना है पटवारी का पेपर भी लीक हो गया। हकम सिंह नाम है बंधु का। मिले तो बताना।’
सीएम धामी ने कहा था- नकल जिहाद ने छवि खराब की उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले सप्‍ताह ही कहा है कि ‘नकल माफिया’ ने राज्य सरकार की सख्त एंटी-चीटिंग नीतियों के बावजूद, राज्‍य की छवि को बहुत नुकसान पहुंचाया है। देहरादून में बीजेपी कार्यशाला को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोचिंग सेंटर और नकल गिरोह मिलकर ‘चीटिंग जिहाद’ चला रहे हैं और राज्य में माहौल बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं। क्‍या है उत्‍तराखंड पेपर लीक मामला? 21 सितंबर, रविवार। सुबह करीब 7 बजे थे। टिहरी गढ़वाल कॉलेज की प्रोफेसर सुमन रोज की तरह फोन स्क्रॉल कर रही थीं। करीब 7:55 बजे खालिद मलिक नाम के एक आदमी ने उन्हें मैसेज किया। खालिद ने कहा कि उसकी बहन को कोई एग्जाम देना है और इसके लिए वो पेपर सॉल्व कर दें। प्रोफेसर सुमन ने हामी भर दी। 11:35 बजे सुमन को तीन पेज का क्वेश्चन पेपर मिला। पेपर आसान था, उन्होंने 10 मिनट में पेपर सॉल्व कर खालिद को भेज दिया। हालांकि, जवाब भेजने के बाद सुमन को कुछ शक हुआ। वो सोच में पड़ गईं कि उस दिन कोई पेपर होना भी है कि नहीं। ऐसे में उन्‍होंने तुरंत उत्तराखंड स्‍टूडेंट्स स्वाभिमान मोर्चा के अध्यक्ष बॉबी पंवार को फोन करके पूरी बात बताई। व्हाट्सऐप पर तीन पन्नों का क्वेश्चन पेपर और उसके जवाब भी भेजे। ये जानकारी उत्तराखंड पुलिस ने बॉबी पंवार, प्रो. सुमन और खालिद मलिक सहित अन्य के खिलाफ लिखी FIR में दर्ज है। दरअसल, रविवार को उत्तराखंड में ग्रेजुएट-लेवल पोस्ट्स के लिए एग्जाम था, लेकिन आरोप लगा कि आधे घंटे के अंदर ही क्वेश्चन पेपर लीक हो गया है। इसके बाद प्रशासन ने देहरादून में इकट्ठा न होने का ऑर्डर पास कर दिया। ऑर्डर के बावजूद भारी तादाद में स्टूडेंट्स इकट्ठे हुए और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। आरोप से पहले ही हुई थी मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी रविवार को एग्जाम होने और पेपर लीक के आरोप लगने से पहले ही पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था। ये लोग एस्पिरेंट्स को यह कहते हुए पाए गए कि कुछ पैसे देने से वो एग्जाम में पास हो सकते हैं। पुलिस ने शनिवार को पंकज गौर और हकम सिंह को गिरफ्तार किया था। इन्होंने कथित तौर पर स्टूडेंट्स से 12-15 लाख रुपए की मांग की थी। हकम सिंह को 2021 में भी सरकारी रिक्रूटमेंट एग्जाम के पेपर लीक के मास्टरमाइंड के तौर पर गिरफ्तार किया जा चुका है। ——————- ये खबर भी पढ़ें… पाकिस्‍तान ने किया स्‍कूल करिकुलम में बदलाव: किताबों में बताया- भारतीय सेना को 4 दिन में हराया, ट्रंप ने सीजफायर कराया 7 मई को भारतीय सेना द्वारा पाकिस्‍तान पर चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पाकिस्‍तान ने अपने स्‍कूल करिकुलम में जोड़ी है। हालांकि, सोशल मीडिया पर शेयर हो रही नई स्‍कूल बुक्‍स में बताई गई जानकारियां सच से काफी अलग हैं। पूरी खबर पढ़ें…

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