महाराष्ट्र के एक प्राइवेट स्कूल में स्टूडेंट्स को माथे पर तिलक लगाने से मना किया गया। इसके बाद कल्याण डोंबिवली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (KDMC) ने स्कूल को एक नोटिस जारी किया है। मामला तब सामने आया जब बच्चों के माता-पिता ने यह आरोप लगाया कि बच्चों को स्कूल के अंदर तिलक, बिंदी, चूड़ी, राखी और कलावा बांधने के लिए मना किया गया। बच्चों के माथे से जबरन तिलक पोंछा गया कुछ माता-पिता ने आरोप लगाया कि बच्चों के माथे से तिलक जबरन पोंछ दिया गया। इसी के साथ उन्हें यह भी कहा गया कि इस तरह चीजों के साथ दोबारा स्कूल आने पर सजा दी जाएगी। इन शिकायतों के बाद बच्चों के पेरेंट्स स्थानीय नेताओं के पास गए। इसके बाद यह मामला KDMC के शिक्षा विभाग तक पहुंचा। मंगलवार को KDMC ने स्कूल प्रशासन को आधिकारिक नोटिस भेजा जिसमें स्कूल द्वारा लागू की गई रोक और सजा पर सफाई मांगी गई है। अधिकारियों ने कहा कि स्कूल और माता-पिता के बीच बातचीत के जरिए यह मामला सुलझ सकता है। KDMC के एक अधिकारी ने कहा, ‘शिकायतें मिलने के बाद विभाग तुरंत काम पर लग गया। मामले को जल्द से जल्द सुलझाया जाएगा और इसे अब आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं है।’ स्कूल मैनेजमेंट ने बैन की बात से इनकार किया स्कूल मैनेजमेंट ने कहा कि उन्होंने इस तरह का कोई बैन नहीं लगाया है। स्कूल ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा उनके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। मैनेजमेंट, पेरेंट्स और टीचर्स के बीत शांति और सद्भाव का माहौल बनाए रखने का प्रयास किया जाता है। स्कूल ने एक स्टेटमेंट में कहा, ‘हमने कोई फतवा जारी नहीं किया है।’ अब कोई भी एक्शन लेने से पहले KDMC स्कूल के डिटेल्ड जवाब का इंतजार कर रहा है। ऐसी ही और खबरें पढ़ें… दुनिया में शांति के लिए 10 साल में 15 नोबेल:सेक्स स्लेव बनीं नादिया ने बताई अपनी कहानी; बाल न ढंकने पर मारी गईं अमीनी आज अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के मौके पर जानते हैं शांति के उन पर्यायों के बारे में जिन्हें मिल चुका है नोबेल पीस प्राइज। पूरी खबर पढ़ें…
