T-Mobile के CEO होंगे श्रीनिवास गोपालन:मोल्सन कूर्स की जिम्मेदारी राहुल गोयल पर, H-1B वीजा तनाव के बीच 2 अमेरिकी कंपनियों की कमान भारतीयों को

H-1B वीजा पर तनाव के बीच दो मल्टीनेशनल कंपनियों, T-Mobile और मोल्सन कूर्स ने भारतीय मूल के लोगों को अपना CEO बनाने की घोषणा की। अमेरिकी टेलिकॉम कंपनी T-Mobile ने श्रीनिवास गोपालन को, वहीं कनाडाई-अमेरिकी बेवरेज कंपनी मोल्सन कूर्स ने राहुल गोयल को अपना CEO बनाया है। T-Mobile में COO पद पर कार्यरत थे श्रीनिवास गोपालन T-Mobile ने 22 सितंबर को ऐलान किया है कि 1 नवंबर से श्रीनिवासन गोपालन कंपनी के नए CEO होंगे। वो माइक सीवर्ट की जगह लेंगे, जो अब वॉइस चेयरमैन होंगे। गोपालन अभी T-Mobile के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर यानी COO हैं। उनके पास टेक्नोलॉजी और टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर्स में 30 सालों का एक्सपीरियंस है। यह बदलाव ऐसे वक्त में हो रहा है, जब अमेरिका का वायरलेस मार्केट काफी टफ हो गया है। ग्राहक कम खर्च करना चाहते हैं और कंपनियों पर दबाव बढ़ रहा है। चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर थे राहुल गोयल बीयर बनाने वाली बेवरेज कंपनी मोल्सन कूर्स ने राहुल गोयल को नया CEO नियुक्त किया है। वे 1 अक्टूबर, 2025 से अपना पद संभालेंगे। गोयल, गेविन हैटर्सली की जगह लेंगे, जो इस साल रिटायर हो रहे हैं। राहुल गोयल मूल रूप से भारत के हैं। उन्होंने मैसूर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर बिजनेस स्टडीज के लिए अमेरिका चले गए। फास्ट 5G नेटवर्क प्रोवाइड करती है T-Mobile कंपनी T-Mobile अमेरिका की प्रमुख वायरलेस टेलिकॉम कंपनी है। जो ड्यूश टेलिकॉम AG की सहायक कंपनी है। यह कंपनी कस्टमर-फोकस्ड सर्विसेज, किफायती प्लान्स और फास्ट 5G नेटवर्क के लिए जानी जाती है। साल 1994 में Voice Stream Wireless नाम से कंपनी की शुरुआत हुई थी। ये GSM डिजिटल वायरलेस स्टैंडर्ड का उपयोग करके पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी अमेरिकी राज्यों में सर्विसेज प्रदान करती थी। 1999 में Deutsche Telekom ने इसे टेकओवर किया और इसका नाम बदलकर T-Mobile पड़ा। 2002 में पूरी तरह से Deutsche Telekom का हिस्सा बनी। मोल्सन और कूर्स के मर्जर से बनी बेवरेज कंपनी मोल्सन कूर्स बेवरेज कंपनी एक प्रमुख कनाडाई-अमेरिकी बहुराष्ट्रीय पेय और ब्रूइंग कंपनी है। ये बीयर, माल्ट बेवरेज, हार्ड सेल्ट्जर, क्राफ्ट, स्पिरिट्स और रेडी-टू-ड्रिंक बेवरेजेज यानी पेय पदार्थों का प्रोडक्शन, मार्केटिंग और सेल्स करती है। मोल्सन परिवार की ब्रूवरी (बीयर) की शुरुआत 1786 में कनाडा के मॉन्ट्रियल में हुई। कूर्स ब्रूवरी की शुरुआत हुई एडॉल्फ कूर्स ने 1873 में अमेरिका के कोलोराडो में की। 2005 में दोनों ब्रांडों (मोल्सन एंड कूर्स) के मर्जर से मोल्सन कूर्स बना। 2016 में मोल्सन कूर्स ने मिलर ब्रूइंग कंपनी को लगभग 12 बिलियन अमेरिकी डॉलर में टेकओवर किया। इससे कंपनी विश्व की सबसे बड़ी ब्रूवर्स में से एक बन गई।
———————– ये खबर भी पढ़ें… BYJU’s फाउंडर बायजू रवींद्रन पर धोखाधड़ी मामले में FIR: 100 परसेंटाइल के साथ CAT, कोचिंग पढ़ाई, देश की पहली एडटेक यूनिकॉर्न कंपनी बनाई मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने BYJU’s के फाउंडर बायजू रवींद्रन और कंपनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया है। इसमें 46.90 करोड़ रुपए की जालसाजी के आरोप लगाया गया है। ये खबर भी पढ़ें…

Leave a Comment