THE की वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 जारी:रैंकिंग में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा यूनिवर्सिटीज भारत की, IISc बेंगलुरु देश में बेस्ट

टाइम्स हायर एजुकेशन यानी THE ने 2026 की वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग जारी की हैं। इस रैंकिंग में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा यूनिवर्सिटीज भारत की रही हैं। पहले स्थान पर अमेरिका है, जिसकी दुनिया में सबसे ज्यादा यूनिवर्सिटीज इस रैंकिंग में शामिल हुई हैं। इस रैंकिंग में कुल 3,118 यूनिवर्सिटीज को रैंक किया गया है। इनमें से USA की 175 यूनिवर्सिटीज हैं, जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। वहीं, भारत की कुल 163 यूनिवर्सिटीज इस रैंकिंग में शामिल हैं। इस रैंकिंग के अनुसार लगातार 10वें साल ब्रिटेन का यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड दुनिया की नंबर 1 यूनिवर्सिटी है। टॉप 10 में UK और US की यूनिवर्सिटीज देखने को मिली। साथ ही चीन की कुल 5 यूनिवर्सिटीज ने टॉप 40 में अपनी जगह बनाई हैं। भारत की यूनिवर्सिटीज टॉप 200 में भी नहीं बना सकीं जगह THE की वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत की यूनिवर्सिटीज में बेंगलुरु की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस ने पहला स्थान हासिल किया जिसकी वर्ल्ड रैंकिंग 201 से 250 के बीच है। वहीं सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंस चेन्नई, जामिया मिलिया इस्लामिया नई दिल्ली जैसी भारतीय यूनिवर्सिटीज भी इस रैंकिंग में शामिल रहीं। इस रैंकिंग के अनुसार कुछ यूनिवर्सिटीज जैसे सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंस चेन्नई, जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली, बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी उत्तरप्रदेश, KIIT यूनिवर्सिटी भुवनेश्वर और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पंजाब ने पिछले साल से अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। वहीं, महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी केरल, अन्ना यूनिवर्सिटी चेन्नई और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी उत्तरप्रदेश पिछले साल से लुढ़ककर रैंकिंग में नीचे आ गई हैं। एशिया की यूनिवर्सिटीज की रफ्तार थमी पिछले 14 साल में पहली बार एशिया की टॉप यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग में सुधार नहीं हुआ हैं। चीन की सिंघुआ यूनिवर्सिटी (Tsinghua University) लगातार तीसरे साल 12वें नंबर पर है। वहीं, चीन की पेकिंग यूनिवर्सिटी (Peking University) 13वें नंबर पर और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (NUS) 17वें नंबर पर है। इन यूनिवर्सिटीज ने रिसर्च और पेटेंट में बहुत अच्छा स्कोर किया है, लेकिन इंटरनेशनल आउटलुक यानी विदेशी छात्रों और फ्रीडम के मामले में कम स्कोर की वजह से आगे नहीं बढ़ पाई हैं। चीन की कुल 13 यूनिवर्सिटीज टॉप 200 के अंदर शामिल हैं, जिनमें से 5 यूनिवर्सिटीज टॉप 40 में हैं। यह चीन के लिए एक नया रिकॉर्ड है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी रैंकिंग में गिरावट अमेरिका की कई टॉप यूनिवर्सिटीज इस साल रैंकिंग में नीचे लुढकती नजर आई हैं। टॉप 10 में अभी भी अमेरिका की 7 यूनिवर्सिटीज हैं, जिनमें मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) दूसरे नंबर पर और प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी तीसरे नंबर पर पहुंच गई है। यह प्रिंसटन की अब तक की सबसे ऊंची रैंक है। लेकिन बाकी अमेरिकी यूनिवर्सिटीज की हालत बिगड़ी है। पिछले साल की तुलना में अब टॉप 20 में अमेरिका की 6 यूनिवर्सिटीज कम हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो 15वें, कोलंबिया यूनिवर्सिटी 20वें और ड्यूक यूनिवर्सिटी 28वें स्थान पर आ गई हैं। ये इन यूनिवर्सिटीज की अब तक की सबसे खराब रैंकिंग है। अमेरिका की टॉप 500 में यूनिवर्सिटीज की संख्या भी अब 102 रह गई है, जो अब तक की सबसे कम है। ऐसी ही और खबरें पढ़ें… ‘प्यूबर्टी से पहले बच्चों को सेक्स एजुकेशन दें’:15 साल के बच्चे पर रेप केस, SC ने जमानत दी; टीचर्स-पेरेंट्स ने किया सपोर्ट सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बच्चों को 9वीं कक्षा से पहले से ही सेक्स एजुकेशन दी जानी चाहिए। जस्टिस संजय कुमार और आलोक अराधे की बेंच ने कहा कि हायर सेकेंडरी स्कूलों में सेक्स एजुकेशन करिकुलम का हिस्सा होना चाहिए, ताकि किशोर अपने शरीर में होने वाले हॉर्मोनल बदलावों को जान सकें। पूरी खबर पढ़ें…

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